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class - 10, chapter -1, रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण, question and answer in hindi medium with full explanantion

 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

QUESTION - ANSWER IN HINDI MEDIUM


4.संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों

आवश्यक है?

4. उत्तर-वह रासायनिक समीकरण, जिसमें अभिकारक पक्ष में (बायर्यों और) उपस्थित विभिन्न तत्वों
के परमाणुओं की संख्या, उत्पाद पक्ष में (दायों और) उपस्थित विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या
के समान होती है, सन्तुलित रासायनिक समीकरण कहलाती है। द्रव्यमान संरक्षण के नियम
(law of conservation of mass) को सन्तुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरणों को सन्तुलित
करना आवश्यक है।


5. निम्न कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर उन्हें संतुलित कीजिए। (a) नाइट्रोजन हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है।

यह कथन है:
"नाइट्रोजन हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है।"

चरण 1: शब्दों से रासायनिक समीकरण बनाना

Nitrogen (N₂) + Hydrogen (H₂)Ammonia (NH₃)

चरण 2: असंतुलित रासायनिक समीकरण

N2+H2NH3N_2 + H_2 \rightarrow NH_3

चरण 3: समीकरण को संतुलित करना

  • बाएँ ओर 2 नाइट्रोजन (N) चाहिए → 2 NH₃ बनाएँ।
  • 2 NH₃ में 6 हाइड्रोजन (H) होते हैं → बाएँ ओर 3 H₂ रखने होंगे।

संतुलित रासायनिक समीकरण:

N2+3H22NH3N_2 + 3H_2 \rightarrow 2NH_3

✅ यह अब संतुलित है:

  • नाइट्रोजन: 1×2 = 2 (बाएँ), 2×1 = 2 (दाएँ)

  • हाइड्रोजन: 3×2 = 6 (बाएँ), 2×3 = 6 (दाएँ)

अगर आप अन्य उपवाक्य (b), (c), आदि भी पूछना चाहते हैं, तो कृपया बताएं।

(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता
है।

कथन (b):
"हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।"


चरण 1: शब्दों से रासायनिक समीकरण बनाना

Hydrogen sulfide (H₂S) + Oxygen (O₂)Water (H₂O) + Sulfur dioxide (SO₂)


चरण 2: असंतुलित समीकरण

H2S+O2H2O+SO2H_2S + O_2 \rightarrow H_2O + SO_2

चरण 3: समीकरण को संतुलित करना

  1. H: बाएँ 2 (H₂S), दाएँ 2 (H₂O) — ✅ संतुलित

  2. S: बाएँ 1, दाएँ 1 — ✅ संतुलित

  3. O: दाएँ 2 (SO₂) + 1 (H₂O) = 3 O → बाएँ O₂ के अणु = 1.5

चूँकि अणुओं की संख्या पूर्ण संख्या में होनी चाहिए, इसीलिए पूरे समीकरण को 2 से गुणा करें:

2H2S+3O22H2O+2SO22H_2S + 3O_2 \rightarrow 2H_2O + 2SO_2

✅ संतुलित रासायनिक समीकरण:

2H2S+3O22H2O+2SO2\boxed{2H_2S + 3O_2 \rightarrow 2H_2O + 2SO_2}

अगर आप अगला (c) कथन भी देना चाहें तो मैं उसे भी संतुलित कर सकता हूँ।



(c) ऐल्युमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, ऐल्युमिनियम क्लोराइड
एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।

कथन (c):
"ऐल्युमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, ऐल्युमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।"


चरण 1: शब्दों से रासायनिक समीकरण बनाना

Barium chloride (BaCl₂) + Aluminium sulfate (Al2(SO4)3)(Al_2(SO_4)_3)
Aluminium chloride (AlCl₃) + Barium sulfate (BaSO₄) (अवक्षेप)


चरण 2: असंतुलित रासायनिक समीकरण

BaCl2+Al2(SO4)3AlCl3+BaSO4BaCl_2 + Al_2(SO_4)_3 \rightarrow AlCl_3 + BaSO_4

चरण 3: समीकरण को संतुलित करना

  1. एक (Al2(SO4)3)(Al_2(SO_4)_3) में 2 Al और 3 SO₄ समूह हैं।

  2. इसलिए 2 AlCl₃ और 3 BaSO₄ बनेंगे।

  3. तो बाएँ ओर 3 BaCl₂ लगाने होंगे।


✅ संतुलित रासायनिक समीकरण:

3BaCl2+Al2(SO4)32AlCl3+3BaSO4\boxed{3BaCl_2 + Al_2(SO_4)_3 \rightarrow 2AlCl_3 + 3BaSO_4 \downarrow}

🔽 नोट:

  • BaSO₄ एक सफेद रंग का अवक्षेप (precipitate) होता है।

  • यह दोहरी अपवर्तन अभिक्रिया (double displacement reaction) का उदाहरण है।

अगर आप अगला (d) कथन देना चाहें, तो कृपया भेजें!

(d) पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन
गैस देती है!

कथन (d):
"पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती है।"


चरण 1: शब्दों से रासायनिक समीकरण बनाना

Potassium (K) + Water (H₂O)Potassium hydroxide (KOH) + Hydrogen gas (H₂)


चरण 2: असंतुलित रासायनिक समीकरण

K+H2OKOH+H2K + H_2O \rightarrow KOH + H_2

चरण 3: समीकरण को संतुलित करना

  • एक H₂ बनाने के लिए दो H चाहिए → 2 H₂O

  • 2 KOH बनेंगे → 2 K चाहिए


✅ संतुलित रासायनिक समीकरण:

2K+2H2O2KOH+H2\boxed{2K + 2H_2O \rightarrow 2KOH + H_2 \uparrow}

🔼 नोट:

  • यह प्रतिक्रिया तेज़ और उष्माक्षम (exothermic) होती है।

  • H₂ गैस निकलती है और KOH क्षारीय होता है।

अगर आप अंतिम (e) कथन देना चाहते हैं, तो कृपया भेजें!


7. निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए- (a) कैल्शियम हाइड्रोक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड कैल्शियम कार्बोनेट + जल

आपका प्रश्न है:
निम्न अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए:

(a) कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्शियम कार्बोनेट + जल


चरण 1: रासायनिक पदार्थों के सूत्र

  • कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड → Ca(OH)2Ca(OH)_2

  • कार्बन डाइऑक्साइड → CO2CO_2

  • कैल्शियम कार्बोनेट → CaCO3CaCO_3

  • जल → H2OH_2O


चरण 2: असंतुलित समीकरण

Ca(OH)2+CO2CaCO3+H2OCa(OH)_2 + CO_2 \rightarrow CaCO_3 + H_2O

चरण 3: समीकरण संतुलित है या नहीं?

  • Ca: 1 (दोनों ओर)

  • C: 1 (दोनों ओर)

  • O: बाएँ: 2 (OH) + 2 (CO₂) = 4; दाएँ: 3 (CaCO₃) + 1 (H₂O) = 4

  • H: बाएँ: 2 (OH); दाएँ: 2 (H₂O)

सभी तत्व संतुलित हैं।


संतुलित रासायनिक समीकरण:

Ca(OH)2+CO2CaCO3+H2O\boxed{Ca(OH)_2 + CO_2 \rightarrow CaCO_3 + H_2O}


(b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट जिंक नाइट्रेट + सिल्वर

कथन (b):
जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर


चरण 1: पदार्थों के रासायनिक सूत्र

  • जिंक → Zn

  • सिल्वर नाइट्रेट → AgNO₃

  • जिंक नाइट्रेट → Zn(NO₃)₂

  • सिल्वर → Ag


चरण 2: असंतुलित समीकरण

Zn+AgNO3Zn(NO3)2+AgZn + AgNO_3 \rightarrow Zn(NO_3)_2 + Ag

चरण 3: समीकरण संतुलित करना

  • Zn: 1 (दोनों ओर)

  • NO₃: बाएँ 1, दाएँ 2 → इसलिए AgNO₃ पर 2 लगाएँ

  • Ag: बाएँ 2 (अब), दाएँ 1 → इसलिए दाएँ Ag पर 2 लगाएँ


✅ संतुलित रासायनिक समीकरण:

Zn+2AgNO3Zn(NO3)2+2Ag\boxed{Zn + 2AgNO_3 \rightarrow Zn(NO_3)_2 + 2Ag}


(c) ऐल्युमिनियम + कॉपर क्लोराइड ऐल्युमिनियम क्लोराइड + कॉपर

कथन (c):
ऐल्युमिनियम + कॉपर क्लोराइड → ऐल्युमिनियम क्लोराइड + कॉपर


चरण 1: पदार्थों के रासायनिक सूत्र

  • ऐल्युमिनियम → Al

  • कॉपर क्लोराइड → CuCl₂

  • ऐल्युमिनियम क्लोराइड → AlCl₃

  • कॉपर → Cu


चरण 2: असंतुलित समीकरण

Al+CuCl2AlCl3+CuAl + CuCl_2 \rightarrow AlCl_3 + Cu

चरण 3: समीकरण संतुलित करना

  • Cl: बाएँ 2 (CuCl₂), दाएँ 3 (AlCl₃) → ल.स.प.म (LCM) 6 → 3 CuCl₂ और 2 AlCl₃

  • Al: दाएँ 2, बाएँ 2

  • Cu: बाएँ 3, दाएँ 3


✅ संतुलित समीकरण:

2Al+3CuCl22AlCl3+3Cu2Al + 3CuCl_2 \rightarrow 2AlCl_3 + 3Cu

अगर और प्रश्न हों, तो बताइए!



(d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड

कथन (d):
बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड


चरण 1: रासायनिक सूत्र

  • बेरियम क्लोराइड → BaCl₂

  • पोटैशियम सल्फेट → K₂SO₄

  • बेरियम सल्फेट → BaSO₄ (अवक्षेप)

  • पोटैशियम क्लोराइड → KCl


चरण 2: असंतुलित समीकरण

BaCl2+K2SO4BaSO4+KClBaCl_2 + K_2SO_4 \rightarrow BaSO_4 + KCl

चरण 3: समीकरण को संतुलित करना

  • Ba: 1 (दोनों ओर)

  • SO₄: 1 (दोनों ओर)

  • K: बाएँ 2, दाएँ 1 → दाएँ KCl पर 2 लगाएँ

  • Cl: बाएँ 2, दाएँ 2 (अब संतुलित)


✅ संतुलित समीकरण:

BaCl2+K2SO4BaSO4+2KCl\boxed{BaCl_2 + K_2SO_4 \rightarrow BaSO_4 \downarrow + 2KCl}

नोट:

  • BaSO₄ एक सफेद अवक्षेप (precipitate) है।

  • यह द्विगुण अभिक्रिया (double displacement reaction) का उदाहरण है।




8. निम्न अभिक्रियाओं के लिए सतुंलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया
का प्रकार बताइए।
(a) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेरियम आयोडाइड (aq) → पोटैशियम आयोडाइड (aq) +
बेरियम ब्रोमाइड (s)

आपके द्वारा दी गई अभिक्रिया है:

(a) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेरियम आयोडाइड (aq) → पोटैशियम आयोडाइड (aq) + बेरियम ब्रोमाइड (s)


1. अभिक्रिया का संतुलित रासायनिक समीकरण:

यह एक आयन विनिमय (double displacement) अभिक्रिया है।
इसे संतुलित करते हैं:

2KBr(aq)+BaI2(aq)2KI(aq)+BaBr2(s)2KBr(aq) + BaI_2(aq) \rightarrow 2KI(aq) + BaBr_2(s)

2. अभिक्रिया का प्रकार:

प्रकार: आयन विनिमय अभिक्रिया (Double displacement reaction) या पदावलीकरण अभिक्रिया (precipitation reaction)

  • यहाँ बेरियम ब्रोमाइड ठोस (सॉलिड) के रूप में अवक्षेपित हो रहा है, इसलिए यह एक पदावलीकरण अभिक्रिया भी है।





(b) जिंक कार्बोनेट (s) जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)

यह आपकी दूसरी अभिक्रिया है:

(b) जिंक कार्बोनेट (s) → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)


1. संतुलित रासायनिक समीकरण:

ZnCO3(s)ZnO(s)+CO2(g)\mathrm{ZnCO_3 (s) \rightarrow ZnO (s) + CO_2 (g)}

यह अभिक्रिया पहले से ही संतुलित है।


2. अभिक्रिया का प्रकार:

प्रकार: अपघटन अभिक्रिया (Decomposition reaction)

  • क्योंकि एक यौगिक (ZnCO₃) गरम करने पर दो पदार्थों में टूट रहा है।






(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन (g) हाइड्रोजन क्लोराइड (g)

यह आपकी तीसरी अभिक्रिया है:

(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन (g) → हाइड्रोजन क्लोराइड (g)


1. संतुलित रासायनिक समीकरण:

मूल समीकरण है:

H2(g)+Cl2(g)2HCl(g)\mathrm{H_2 (g) + Cl_2 (g) \rightarrow 2HCl (g)}

यहाँ, हाइड्रोजन और क्लोरीन दोनों अणु दो-परमाणु होते हैं, इसलिए उत्पाद हाइड्रोजन क्लोराइड के लिए 2 अणु बनेंगे।


2. अभिक्रिया का प्रकार:

प्रकार: संयोजन अभिक्रिया (Combination reaction) या योग अभिक्रिया (Synthesis reaction)

  • क्योंकि दो तत्व मिलकर एक यौगिक बना रहे हैं।



(d) मैग्नीशियम (s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g)

यह रही आपकी चौथी अभिक्रिया:

(d) मैग्नीशियम (s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g)


1. संतुलित रासायनिक समीकरण:

Mg(s)+2HCl(aq)MgCl2(aq)+H2(g)\mathrm{Mg (s) + 2HCl (aq) \rightarrow MgCl_2 (aq) + H_2 (g)}

2. अभिक्रिया का प्रकार:

प्रकार: एकल विस्थापन अभिक्रिया (Single displacement reaction) या स्थानांतरण अभिक्रिया

  • क्योंकि मैग्नीशियम हाइड्रोजन को विस्थापित कर रहा है।





9. ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है? उदाहरण दीजिए।

ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया के अर्थ और उदाहरण निम्नलिखित हैं:


1. ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया (Exothermic Reaction):

अर्थ:
ऐसी अभिक्रिया जिसमें प्रतिक्रिया के दौरान ऊष्मा (heat) वातावरण को निकलती है, यानि प्रतिक्रिया गर्मी उत्सर्जित करती है।

विशेषता:

  • प्रतिक्रिया के उत्पादों की ऊर्जा अभिक्रियाशील पदार्थों की तुलना में कम होती है।

  • ऊर्जा का उत्सर्जन होने के कारण तापमान बढ़ जाता है।

उदाहरण:

  • हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का जलना:

    2H2(g)+O2(g)2H2O(l)+ऊष्मा2H_2 (g) + O_2 (g) \rightarrow 2H_2O (l) + \text{ऊष्मा}
  • कोयला जलना, या किसी भी प्रकार की दहन अभिक्रिया।


2. ऊष्माशोषी अभिक्रिया (Endothermic Reaction):

अर्थ:
ऐसी अभिक्रिया जिसमें प्रतिक्रिया के दौरान वातावरण से ऊष्मा अवशोषित की जाती है, यानि प्रतिक्रिया ठंडी हो जाती है क्योंकि उसे ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

विशेषता:

  • प्रतिक्रिया के उत्पादों की ऊर्जा अभिक्रियाशील पदार्थों की तुलना में अधिक होती है।

  • ऊर्जा का अवशोषण होने के कारण तापमान घट जाता है।

उदाहरण:

  • जिंक कार्बोनेट का गरम करने पर अपघटन:

    ZnCO3(s)+ऊष्माZnO(s)+CO2(g)ZnCO_3 (s) + \text{ऊष्मा} \rightarrow ZnO (s) + CO_2 (g)
  • पोटैशियम क्लोराइड का विद्युत अपघटन।




10. श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रया क्यों कहते हैं? वर्णन कीजिए।

प्रश्न: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं? वर्णन कीजिए।


उत्तर:

श्वसन (Respiration) एक ऐसी रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें जीवों के कोशिकाओं में ग्लूकोज और ऑक्सीजन के बीच अभिक्रिया होती है, जिससे ऊर्जा (ऊष्मा और रासायनिक ऊर्जा) निकलती है।


कारण कि श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहा जाता है:

  1. ऊष्मा का उत्सर्जन:
    श्वसन के दौरान ग्लूकोज जलता है और ऊर्जा निकलती है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा ऊष्मा के रूप में निकलता है। इसलिए इसे ऊष्माक्षेपी (exothermic) अभिक्रिया कहा जाता है।

  2. ऊर्जा उत्पादन:
    श्वसन में निकलने वाली ऊर्जा का उपयोग जीव के जीवन क्रियाओं को संचालित करने में होता है, जैसे मांसपेशियों की गतिविधि, वृद्धि, प्रजनन आदि।

  3. अभिक्रिया का समीकरण:

    C6H12O6+6O26CO2+6H2O+ऊर्जा(ऊष्मा)C_6H_{12}O_6 + 6O_2 \rightarrow 6CO_2 + 6H_2O + ऊर्जा (ऊष्मा)
  4. तापमान वृद्धि:
    इस अभिक्रिया से ऊर्जा निकलने के कारण कोशिका या जीव का तापमान स्थिर रहता है, जिससे जीवन क्रियाएँ सुचारू रूप से चलती हैं।


संक्षेप में:

श्वसन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें जैविक पदार्थ (ग्लूकोज) जलकर ऊर्जा उत्सर्जित करता है, इसलिए यह ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है।



11. वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन
अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।

प्रश्न:
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।


उत्तर:

1. वियोजन अभिक्रिया (Decomposition reaction):

  • इसमें एक जटिल यौगिक टूटकर दो या दो से अधिक सरल पदार्थों में बदल जाता है।

  • यानी, एक पदार्थ → कई पदार्थ

2. संयोजन अभिक्रिया (Combination reaction):

  • इसमें दो या दो से अधिक सरल पदार्थ मिलकर एक जटिल यौगिक बनाते हैं।

  • यानी, कई पदार्थ → एक पदार्थ


क्यों वियोजन अभिक्रिया, संयोजन अभिक्रिया का विपरीत है?

  • वियोजन अभिक्रिया में टूटना होता है जबकि संयोजन अभिक्रिया में मिलना होता है।

  • वियोजन में एक यौगिक से कई उत्पाद बनते हैं, लेकिन संयोजन में कई पदार्थ मिलकर एक उत्पाद बनाते हैं।

  • इसलिए वियोजन और संयोजन अभिक्रिया परस्पर विपरीत क्रियाएँ हैं।


उदाहरणों के साथ समीकरण:

(a) वियोजन अभिक्रिया:
जैसे, कैल्शियम कार्बोनेट का ताप देकर अपघटन:

CaCO3(s)heatCaO(s)+CO2(g)CaCO_3 (s) \xrightarrow{\text{heat}} CaO (s) + CO_2 (g)

(b) संयोजन अभिक्रिया:
जैसे, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का मिलकर जल बनाना:

2H2(g)+O2(g)2H2O(l)2H_2 (g) + O_2 (g) \rightarrow 2H_2O (l)




12. उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक-एक समीकरण लिखिए, जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं
विद्युत के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।

यहाँ वियोजन अभिक्रियाओं (Decomposition Reactions) के उदाहरण दिए गए हैं, जिनमें ऊर्जा के विभिन्न रूपों — ऊष्मा (Heat), प्रकाश (Light), और विद्युत (Electricity) — का उपयोग होता है।


1. ऊष्मा द्वारा वियोजन अभिक्रिया:

जब वियोजन के लिए गर्मी दी जाती है।

उदाहरण:
जिंक कार्बोनेट का अपघटन:

ZnCO3(s)HeatZnO(s)+CO2(g)\mathrm{ZnCO_3 (s) \xrightarrow{\text{Heat}} ZnO (s) + CO_2 (g)}

2. प्रकाश द्वारा वियोजन अभिक्रिया (Photochemical decomposition):

जब वियोजन के लिए प्रकाश ऊर्जा दी जाती है।

उदाहरण:
सिल्वर क्लोराइड का प्रकाश द्वारा अपघटन:

2AgCl(s)Light2Ag(s)+Cl2(g)\mathrm{2AgCl (s) \xrightarrow{\text{Light}} 2Ag (s) + Cl_2 (g)}

3. विद्युत द्वारा वियोजन अभिक्रिया (Electrolytic decomposition):

जब वियोजन के लिए विद्युत धारा दी जाती है।

उदाहरण:
पानी का विद्युत अपघटन:

2H2O(l)Electricity2H2(g)+O2(g)\mathrm{2H_2O (l) \xrightarrow{\text{Electricity}} 2H_2 (g) + O_2 (g)}


13. विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण
लिखिए।

प्रश्न: विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।


उत्तर:

विशेषता विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction) द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction)
परिभाषा एक तत्व अपने यौगिक में से किसी दूसरे तत्व को विस्थापित कर देता है। दो यौगिक आपस में अपने आयनों का आदान-प्रदान करते हैं।
संरचना एक तत्व + यौगिक → नया तत्व + नया यौगिक दो यौगिक → दो नए यौगिक
आयनों की संख्या एक तत्व बदलता है दोनों यौगिकों के आयन बदलते हैं
उदाहरण Mg+2HClMgCl2+H2\mathrm{Mg + 2HCl \rightarrow MgCl_2 + H_2} AgNO3+NaClAgCl+NaNO3\mathrm{AgNO_3 + NaCl \rightarrow AgCl + NaNO_3}

उदाहरणों के समीकरण:

(a) विस्थापन अभिक्रिया:

मैग्नीशियम + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन

Mg(s)+2HCl(aq)MgCl2(aq)+H2(g)\mathrm{Mg (s) + 2HCl (aq) \rightarrow MgCl_2 (aq) + H_2 (g)}


(b) द्विविस्थापन अभिक्रिया:

पोटैशियम ब्रोमाइड + बेरियम आयोडाइड → पोटैशियम आयोडाइड + बेरियम ब्रोमाइड

2KBr(aq)+BaI2(aq)2KI(aq)+BaBr2(s)\mathrm{2KBr (aq) + BaI_2 (aq) \rightarrow 2KI (aq) + BaBr_2 (s)}



14. सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु

द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।

आपका सवाल है:

सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।


उत्तर:

यह एक विस्थापन अभिक्रिया है जहाँ कॉपर सिल्वर आयन को विस्थापित करता है।


रासायनिक अभिक्रिया:

Cu(s)+2AgNO3(aq)Cu(NO3)2(aq)+2Ag(s)\mathrm{Cu (s) + 2AgNO_3 (aq) \rightarrow Cu(NO_3)_2 (aq) + 2Ag (s)}


विवरण:

  • ठोस कॉपर (Cu) सिल्वर नाइट्रेट (AgNO₃) के विलयन में डालने पर, कॉपर सिल्वर आयनों (Ag⁺) को विस्थापित कर देता है।

  • इस अभिक्रिया में कॉपर आयन (Cu²⁺) बनता है और सिल्वर ठोस के रूप में अवक्षेपित होता है।




15. अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।

प्रश्न: अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।


उत्तर:

अवक्षेपण अभिक्रिया (Precipitation Reaction) वह अभिक्रिया होती है जिसमें दो घुले हुए घोल (aqueous solutions) मिलाने पर कोई ठोस पदार्थ (अवक्षेप या तलछट) बनता है जो घोल में घुल नहीं पाता।


विशेषताएँ:

  • दो आयनिक घोल मिलाते हैं।

  • एक नया ठोस (precipitate) बनता है।

  • ठोस (अवक्षेप) घोल से अलग हो जाता है।

  • यह अभिक्रिया द्विविस्थापन (double displacement) अभिक्रिया की एक प्रकार है।


उदाहरण:

पोटैशियम आयोडाइड और बेरियम ब्रोमाइड के विलयन की अभिक्रिया:

2KI(aq)+BaBr2(aq)2KBr(aq)+BaI2(s)\mathrm{2KI (aq) + BaBr_2 (aq) \rightarrow 2KBr (aq) + BaI_2 (s)}

यहाँ BaI₂ (बेरियम आयोडाइड) ठोस के रूप में अवक्षेपित होता है।


या एक और सामान्य उदाहरण:

पोटैशियम क्लोराइड और चांदी नाइट्रेट के घोल की अभिक्रिया:

KCl(aq)+AgNO3(aq)AgCl(s)+KNO3(aq)\mathrm{KCl (aq) + AgNO_3 (aq) \rightarrow AgCl (s) + KNO_3 (aq)}

यहाँ AgCl सफेद ठोस के रूप में अवक्षेपित होता है।


अगर और उदाहरण या स्पष्टीकरण चाहिए तो बताइए!


16.ऑक्सीजन के योग या हास के आधार पर निम्न पदों की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के लिए

दो उदाहरण दीजिए। (a) उपचयन (b) अपचयन

प्रश्न:
ऑक्सीजन के योग या हास के आधार पर निम्न पदों की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए।
(a) उपचयन
(b) अपचयन


(a) उपचयन (Oxidation)

परिभाषा:
जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन जुड़ती है या किसी पदार्थ से हाइड्रोजन हटता है, तब उसे उपचयन कहते हैं।
सामान्यत: इसमें पदार्थ का ऑक्सीकरण होता है, यानी उसकी स्थिति में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है।

उदाहरण:

  1. 2Mg+O22MgO\mathrm{2Mg + O_2 \rightarrow 2MgO}
    (मैग्नीशियम + ऑक्सीजन → मैग्नीशियम ऑक्साइड)

  2. 4Fe+3O22Fe2O3\mathrm{4Fe + 3O_2 \rightarrow 2Fe_2O_3}
    (लोहा + ऑक्सीजन → लोहा(III) ऑक्साइड या जंग)


(b) अपचयन (Reduction)

परिभाषा:
जब किसी पदार्थ से ऑक्सीजन हटती है या उसमें हाइड्रोजन जुड़ता है, तब उसे अपचयन कहते हैं।
सामान्यत: इसमें पदार्थ की ऑक्सीकरण अवस्था कम हो जाती है।

उदाहरण:

  1. CuO+H2Cu+H2O\mathrm{CuO + H_2 \rightarrow Cu + H_2O}
    (कॉपर ऑक्साइड + हाइड्रोजन → कॉपर + पानी)

  2. Fe2O3+3CO2Fe+3CO2\mathrm{Fe_2O_3 + 3CO \rightarrow 2Fe + 3CO_2}
    (लौह ऑक्साइड + कार्बन मोनोऑक्साइड → लोहा + कार्बन डाइऑक्साइड)



17. एक भूरे रंग का चमकदार तत्व 'X' को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग

का हो जाता है। इस तत्व 'X' एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।

आपके प्रश्न के अनुसार:


17. प्रश्न:

एक भूरे रंग का चमकदार तत्व 'X' को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व 'X' एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।


उत्तर:

  • तत्व 'X': कॉपर (Copper, Cu)

    • क्योंकि तांबा (कॉपर) सामान्यतः लाल-भूरे रंग का चमकदार धातु होता है।

  • काले रंग का यौगिक: कॉपर(II) ऑक्साइड (Copper(II) oxide, CuO)

    • जब तांबे को वायु (ऑक्सीजन) में गर्म किया जाता है, तो यह काले रंग का कॉपर ऑक्साइड बन जाता है।


रासायनिक अभिक्रिया:

2Cu(s)+O2(g)heat2CuO(s)\mathrm{2Cu (s) + O_2 (g) \xrightarrow{\text{heat}} 2CuO (s)}



18. लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?

प्रश्न: लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?


उत्तर:

लोहे की वस्तुओं को पेंट इसलिए किया जाता है ताकि वे जंग (rusting) से बच सकें।


कारण:

  • लोहे में ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आने पर जंग लग जाती है।

  • जंग लगने से लोहे की वस्तु कमजोर और खराब हो जाती है।

  • पेंट की परत लोहे को हवा, ऑक्सीजन, और पानी से बचाती है।

  • इस प्रकार, पेंट लोहे की वस्तु को जंग लगने से रोकता है और उसकी आयु बढ़ाता है।


संक्षेप में:

पेंट लोहे की सतह को आच्छादित करता है जिससे वह नमी और ऑक्सीजन से सुरक्षित रहती है और जंग नहीं लगती।


19. तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?

प्रश्न: तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?


उत्तर:

तेल और वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन गैस से प्रभावित इसलिए किया जाता है क्योंकि:

  1. नाइट्रोजन एक निष्क्रिय गैस है:
    यह ऑक्सीजन की तरह प्रतिक्रिया नहीं करता, इसलिए यह खाद्य पदार्थों के ऑक्सीजन से संपर्क को रोकता है।

  2. ऑक्सीजन को हटाना:
    नाइट्रोजन वातावरण में डालने से खाद्य पदार्थों के आसपास का ऑक्सीजन कम हो जाता है, जिससे ऑक्सीजन के कारण होने वाली ऑक्सीकरण प्रक्रिया (जैसे तैलीय पदार्थों का बासी होना या rancidity) नहीं होती।

  3. खाद्य पदार्थों की शुद्धता और ताजगी बनी रहती है:
    इससे तेल और वसायुक्त खाद्य पदार्थ लंबे समय तक खराब नहीं होते।


संक्षेप में:

नाइट्रोजन गैस तेल और वसायुक्त खाद्य पदार्थों के ऑक्सीकरण को रोकती है, जिससे उनका संरक्षण बेहतर होता है।


20. निम्नलिखित पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए- (a) संक्षारण (b) विकृतगंधिता

प्रश्न: निम्नलिखित पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए-
(a) संक्षारण
(b) विकृतगंधिता


(a) संक्षारण (Corrosion)

वर्णन:
संक्षारण वह प्रक्रिया है जिसमें धातु वातावरण के प्रभाव से धीरे-धीरे अपने मूल रूप और गुण खो देती है। यह एक प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रिया होती है जिसमें धातु ऑक्सीजन, नमी, या अन्य रासायनिक पदार्थों के साथ प्रतिक्रिया कर जंग या ऑक्साइड बना लेती है।

उदाहरण:

  • लोहे का जंग लगना (Fe → Fe₂O₃·xH₂O)

    4Fe+3O2+6H2O4Fe(OH)34Fe + 3O_2 + 6H_2O \rightarrow 4Fe(OH)_3

(b) विकृतगंधिता (Rancidity)

वर्णन:
विकृतगंधिता वह प्रक्रिया है जिसमें तेल और वसायुक्त पदार्थ ऑक्सीजन के संपर्क में आकर खराब हो जाते हैं और उनकी गंध और स्वाद खराब हो जाता है। यह मुख्यतः ऑक्सीकरण के कारण होता है।

उदाहरण:

  • तैलीय पदार्थों का ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर बासी हो जाना।
    जैसे, घी या तेल का खराब होना।




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